मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने 6 जिलों के लिए भेजी जांच टीम, कहा- भ्रष्टाचार हुआ है तो बख्शे नहीं जाएंगे जिम्मेदार

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित किए सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं. इसके बाद राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सख्ती बरती है. 6 जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजे गए सामानों की जांच होगी. इसके लिए मंत्री के निर्देश पर जांच टीम का गठन कर दिया गया है. मंत्री ने साफ शब्दों में कह दिया है कि भ्रष्टाचार या लापरवाही हुई है तो कार्रवाई होगी. 

घटिया सामानों की सप्लाई के लगे हैं आरोप 

दरअसल प्रदेश के कुछ जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों में सामानों की सप्लाई हुई थी. आरोप है कि सामानों की गुणवत्ता ठीक नहीं है. राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विशेष जांच टीम गठित कर दी है.मंत्री ने विभाग के सचिव को 7 मई को जांच के निर्देश दिए थे. इसके बाद उन्होंने फिर से एक स्मरण पत्र जारी कर जांच प्रक्रिया को तेज करने को कहा है. 

गठित हुई उच्चस्तरीय जांच टीम

मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक ने एक विशेष जांच टीम का गठन किया है. इस टीम में विभाग के संयुक्त संचालक (वित्त), प्रबंध संचालक CSIDC, गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर के नामित तकनीकी विशेषज्ञ, संबंधित जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहायक संचालक (ICDS), और दो निजी तकनीकी संस्थानों – IR Class Systems & Solutions Pvt. Ltd.और  SGS India Pvt. Ltd. के विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं. 

ये जिले जांच के दायरे में

जांच टीम रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर और सरगुजा जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों में 40 करोड़ रुपए की सामग्री अनाज कोठी, फर्नीचर, बर्तन, सैनिटरी पैड, वज़न मापने की मशीन समेत अन्य सामान खरीदी कर आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई की गई, वितरित की गई सामग्री की गुणवत्ता की जांच करेगी. इसमें सामग्री की भौतिक स्थिति जैसे वजन, पैकेजिंग और उपयुक्तता की परख के साथ-साथ सैंपल लेकर छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में टेस्ट कराए जाएंगे.

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